High Blood Pressure in Hindi-हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण - Symptoms of high blood pressure
उच्च रक्तचाप के कारण - Causes of high blood pressure
हाई ब्लड प्रेशर का इलाज - Treatment of high blood pressure
National Center for Biotechnology Information(एनसीबीआई)-की एक रिपोर्ट मै कहा गया है कि, हाई ब्लड प्रेशर से भारत में लगभग 33 प्रतिशत शहर की आवादी और 25 प्रतिशत ग्रामीण आबादी पीड़ित है, जिसमे चिंता जनक बात ये है कि 25 प्रतिशत ग्रामीण और 45 शहरी अपनी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से अनजान हैं। हाई ब्लड प्रेशर से एक बार पीड़ित हो जाने के बाद व्यक्ति को सारी जिंदगी यानी जब तक जीवित है दवाईयां लेनी होती है परंतु इन दवाइयों के कारण शरीर पर दुष्प्रभाव भी पड़ते
तरबूज के बीज हाई बी पी का उपचार
अगर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोज़ाना खाना खाने के बाद 5 से 10 ग्राम तरबूज के बीज अवश्य खा लें। स्टडी में पाया गया है कि तरबूज के बीजों में मौजूद लाइकोपीन कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये हाई कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण ऑक्सीडेटिव डेमेज को भी रोकने का काम करता है।
हाई बीपी का आयुर्वेदिक इलाज है नागफनी - Hawthorn for Hypertension
नागफनी ने ह्दय को मज़बूत व स्वस्थ रखने और स्वस्थ रक्त प्रवाह को विनियमित करने के अपने गुणो के कारण 'दिल के लिए भोजन' भी कहा जाता है और इसलिए यह ज्यादातर रूप से उच्च रक्तचाप सहित हृदय और रक्त वाहिका संबंधी विकार के ईलाज में उपयोग किया जाता हैं। इसका उपयोग इसके पानी या चाय पीने से रक्तचाप के स्तर को कम करने में सहायता मिलती हैं।
हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) का उपचार करें सर्पगंधा से - Sarpagandha for High Blood Pressure
सर्पगंधा एक बेहतर आयुर्वेदिक जड़ी बूटियो में से एक है जो कि उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए दवाई के रूप प्रयोग की जाती है। इसमे रेसेरपीन (reserpine) पाया जाता है जो रक्तचाप के स्तर को घटाने और रक्त के परिसंचरण को ठीक करने में मदद करता है। अच्छे परिणामों के लिए, इसकी जड़ का पीस कर इसका पेस्ट बना ले और गुलाब जल मै मिलाकर खाएँ। सर्पगंधा एक प्राकृतिक लाभदायक जड़ी बूटी है जो मुख्य तंत्रिका तंत्र को शांत करने और तनाव को कम करने में एक सहायक के रूप में कार्य करती है। लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, इसलिए इसे लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
उच्च रक्तचाप का इलाज है जटामांसी - Jatamansi for High Blood Pressure i
जटामांसी जड़ी बूटी अधिकांश रूप से तनाव विकारों में प्रयोग की जाती है। यह रक्त परिचालन को सामान्य रखने और स्वस्थ रक्तचाप को बनाए रखने में सहयता करती है। यह किसी भी प्रकार के नुकसान से धमनियों को बचाती है और धमनियों को कठोर होने से रोकने में सहयता करती है। यह आमतौर पर वात असंतुलन के कारण उत्पन्न उच्च रक्त दबाव के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है। 120 mg जटामांसी पाउडर, घी, शहद या पानी के साथ दिन के समय विभाजित मात्रा में लिया जा सकता है। इसका प्रयोग भी चिकित्सक की सलाह से करे।
हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) का आयुर्वेदिक उपचार है शंखपुष्पी - Shankhapushpi Benefits for Hypertension
शंखपुष्पी प्रमुख रूप से एक मस्तिष्क को ठीक करने के स्वास्थ्य टॉनिक के रूप में उपयोग की जाती है, परन्तु यह उच्च रक्तचाप की समस्या के इलाज के लिए भी प्रयोग की जा सकती है। यह शरीर के तनाव हार्मोन को कंट्रोल करती है जो हाई ब्लड प्रेशर के पीछे एक प्रमुख वजह हैं। यह उपयोग के लिए सुरक्षित है और अब तक इसका कोई ज्ञात साइड इफेक्ट नही है।अतः इसका प्रयोग आसानी से किया जा सकता है।
उच्च रक्तचाप का इलाज है तुलसी
तुलसी का प्रयोग ह्दय संबधी समस्याओं को ठीक करने मै लाभदायक साबित होता है। इसके लिए तुलसी और नीम की पत्तियों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। उसके बाद उसे हल्के गुनगुने पानी के साथ लें। इसे आप सप्ताह में एक बार सुबह खाली पेट लें।इससे हमारे शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करने मै सहयाक है।
उच्च रक्तचाप का इलाज है शहद
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए शहद एक गुणकारी और लाभदायक उपाय है। इसके लिए एक गिलास पानी में दो चम्म्च शहद,को आधा चम्मच नींबू का रस के साथ मिलाएं। और इसका सेवन करे।इससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक मिलती है। अगर आप मधुमेह की बीमारी से पीड़ित हैं, तो इस उपाय को करने के लिए डॉक्टरी परामर्श अवश्य है।
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